- सुरेश प्रसाद आजाद

नवादा, 27 फरवरी 2025 ।
हरिश्चंद्र स्टेडियम, नवादा में आज जिलास्तरीय ‘फरोग-ए-उर्दू’ सेमिनार, मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी ने की।जिला पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि उर्दू शुद्ध भारतीय भाषा है और इसके विकास के लिए समाहरणालय, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर उर्दू कोषांग स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि उर्दू भाषी नागरिक अपने आवेदन उर्दू भाषा में भी दे सकते हैं।उन्होंने कहा कि उर्दू गंगा-जमुनी तहज़ीब की प्रतीक भाषा है, जो समाज के सभी वर्गों के बीच प्यार, मोहब्बत और एकता का संदेश देती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की आज़ादी की लड़ाई में उर्दू का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

कार्यक्रम में डीपीओ स्थापना श्री तनवीर आलम एवं डीपीओ मध्याह्न भोजन श्री मजहर हुसैन ने उर्दू भाषा के विकास और उसके महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर स्थानीय शायरों ने अपनी बेहतरीन शायरी से समां बांध दिया। प्रमुख शायरों में रज़ा तस्लीम, सबा रजौलवी, अनीस फरीदी, अशफाक रसूल, मोहम्मद जाहंगीर आलम, मोहम्मद महबूब आलम, मोहम्मद जवेद रब, मुख्तार वारसी सहित कई अन्य शायर मौजूद रहे।

कार्यक्रम का उद्देश्य उर्दू भाषा का प्रचार-प्रसार और इसका विकास सुनिश्चित करना था।
आज के इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त नवादा, वन प्रमंडल पदाधिकारी नवादा, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, गोपनीय प्रभारी पदाधिकारी, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।