मांगों का स्मारपत्र सौपा ….
सुरेश प्रसाद आजाद

पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में घोषित राजौली अनुमंडल के सप्त ऋषि के तपस्वी स्थल एवं आश्रम को पर्यटक स्थल के बतौर व्यावहारिक रूप से समग्र विकास हेतु जिला पदाधिकारी , नवादा को सूत्री मांग से संबंधित एक स्मार पत्र को लेकर सोसाइटी ऑफ NGO अवेयरनेस , आर्यभट्ट एजुकेशनल सोशल साइंस और लोक स्वतंत्रता संगठन (पीयूसीएल ) के तत्वाधान में तीन सदस्य प्रतिनिधिमंडल के द्वारा सौपा गया ।
सोसाईटी आफ NGO अवेयरनेस आर्यभट्ट एजुकेशन सोशल साइंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद शर्मा , पीयूसीएल के राष्ट्रीय परिषद दिनेश कुमार अकेला और सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप यादव ने जिला पदाधिकारी नवादा को चार सूत्री मांग से संबद्ध एक स्मार पत्र सौपते हुएसकते हुए गहन विचार विमर्श को साक्षात किया है।
जिला पदाधिकारी से सकारात्मक वार्ता के दौरान डीएम ने कहा कि मैं पर्यटन विभाग के द्वारा मांगा गया DPR से संबद्ध प्रारूप के अनुसार तैयार किया गया रिपोर्ट से मैं खुद ही संतुष्ट नहीं हूं। इसलिए मैं अंचल अधिकारी रजौली से पुन: वार्ता के बाद डीपीआर का सही रिपोर्ट को
अनुमोदित कर संबंधित अधिकारी के पास जल्द ही भेजूंगा।


भेजे गए मांग पत्र में प्राथमिकता के आधार पर घोषित पर्यटक स्थल रजौली का सर्वाधिक विकास , मांगे गए पर्यटन विभाग द्वारा सही विकास के प्रारूप को संबंधित विभाग को अभिलंब भेजने रजौली पर्यटन क्षेत्र के अंतर्गत युद्ध स्तर पर कुटीर उद्योगों का जाल विछाकर बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही तमाम सरकार प्रदत्त सुविधाओं का योजनाओं को
ईमानदारी पूर्वक व्यावहारिक अमलीजामा पहनाने के लिए धरातल पर असली लभुकों तक पहुंचाने की गारंटी सुनिश्चित करना है ।


इस संबंध में पीयूसीएल के राष्ट्रीय पार्षद दिनेश कुमार अकेला एवं NGO के अध्यळ महेन्द्र प्रसाद शर्मा ने जिलाधिकारी और प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में काफी सकारात्मक उत्सााहवर्धक वार्ता हुई । जिला पदाधिकारी के आश्वासन और वादा पर बेहद आशा , विश्वास और भरोसा है कि सप्त ऋषि के तपस्वीय स्थल एवं आश्रम का समग्र विकास होगा । इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि नवादा जिला के लोग बहुत उत्साहित है ।
इस फैसले से नवादा जिले की जनता काफी उत्साहित है । जिले की जनता के लिए यह एक मील का पत्थर सावित हुआ है । इस ऐतिहासिक धरोहर को संयोगने और संवारने की सख्त जरूरत है ।