नवादा ,04 जून 2025 ।

जिले के पकरीबरावां प्रखंड सह धमौल थाना क्षेत्र के बिजूबिगहा गांव के 22 वर्षीय युवक सूरज कुमार की तमिलनाडु के कोयंबटूर में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। गांव के सुनील पासवान के पुत्र सूरज की मौत से हर कोई स्तब्ध है। परिवार में मातम पसर गया है। करुण रोदन- क्रंदन व चीत्कार से पुरे माहौल काफि गमगीन हो गया। उपस्थित तमाम लोगों के आँखों में आंसू डबडबा गया।दुःखद घटना है।
निजी कंपनी में करता था काम।
कोयंबटूर में अपने छोटे भाई सुधांशु एवं चचेरे भाई नीतीश के साथ रहकर निजी कंपनी में काम करता था। घटना की सूचना मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना 31 मई की बताई जाती है।
दोनों पैर मृतक युवक का जमीन में सटा था। यहीं पर शंका की सुई मौत संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, सूरज की लाश उसके किराए के मकान के बाथरूम में रस्सी से झूलती मिली। हैरान करने वाली बात यह रही कि उसके दोनों पैर जमीन से सटे हुए थे और वह मुड़े हुए थे, जिससे मामला संदिग्ध नजर आने लगा। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने उसकी हत्या कर, उसे आत्महत्या का रूप देने की नापाक कोशिश की है। घटना के दिन सुबह सूरज का भाई सुधांशु ड्यूटी पर गया था, जबकि नीतीश घर पर सो रहा था।
सूरज और नीतीश दोनों की नाइट ड्यूटी थी। शाम पांच बजे के करीब जब सुधांशु को सूचना मिली तो वह तुरंत घर पहुंचा और देखा कि सूरज की मौत हो चुकी थी।

मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। बाद में आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव स्वजन को सौंप दिया गया। सोमवार को देर शाम सूरज का शव गांव लाया गया।
शव आते ही स्वजन दहाड़ मारकर विलाप करने लगे। मां रामरती देवी, पिता सुनील पासवान और भाई सुधांशु का रो-रोकर बुरा हाल था। स्वजन का आरोप है कि सूरज की हत्या की गई है। घटना को लेकर गांव में कई तरह की चर्चा हो रही है।
सूरज की मौत आत्महत्या थी या साजिशन की गई हत्या, इसका खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल शोकाकुल माहौल में गांव के श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।