महिलाओं को सशक्त बनाना है।
सुरेश प्रसाद आजाद

जिले के 13 प्रखंडों में विगत पाँच दिनों से “महिला संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी देखी जा रही है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, उनकी समस्याओं को सुनना तथा विकास संबंधी सुझावों को एकत्र करना है।
कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और राज्य की नीतियों को लेकर रचनात्मक सुझाव दिए। महिलाओं ने अपने गाँवों के विकास, सामाजिक बदलाव तथा नीति निर्माण में भागीदारी की भावना से संवाद किया।
“महिला संवाद” कार्यक्रम के अंतर्गत महिला संवाद वाहन के माध्यम से ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुति द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं एवं गतिविधियों की जानकारी दी गई। साथ ही कार्यक्रम के दौरान संबंधित योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु लीफलेट्स एवं माननीय मुख्यमंत्री का संदेश भी वितरित किया गया।
महिलाओं ने संवाद के माध्यम से अपनी कई महत्वपूर्ण मांगें सामने रखीं, जिनमें सामुदायिक शौचालय की स्थापना, वृद्धा एवं विधवा पेंशन की राशि में वृद्धि, खेल मैदान और पुस्तकालय की आवश्यकता, बिजली दरों में कटौती, चापाकल की मांग, गली-नाली निर्माण तथा सामुदायिक भवन का निर्माण जैसी आवश्यकताएं शामिल हैं।
अब तक नवादा जिले के 117 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है, जिसमें 19,000 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया और विभिन्न मुद्दों पर सार्थक विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा व्यक्त आकांक्षाओं एवं सुझावों को डिजिटल माध्यम से मोबाइल ऐप पर संरक्षित किया जा रहा है, जिससे भविष्य की नीतियों के निर्माण में इनका उपयोग किया जा सके।
यह कार्यक्रम न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि स्थानीय स्तर पर नीतिगत संवाद को भी बढ़ावा देने का उत्कृष्ट प्रयास है।