नवादा एक्स्प्रेस प्रतिनिधि
बम्बई,12 जून 2025 ।

जब भी भारतीय टेलीविज़न की बात होती है, तो चकाचौंध और ड्रामा के बीच कुछ चेहरे ऐसे होते हैं जो अपनी “सादगी, संवेदना और सौम्यता” से लोगों के दिलों में गहराई से बस जाते हैं। “रीना कपूर” उन्हीं में से एक हैं।
🌼 ‘वो रहने वाली महलों की’ — एक ऐतिहासिक पहचान
रीना कपूर को घर-घर में पहचान मिली राजश्री प्रोडक्शन के सीरियल “वो रहने वाली महलों की” से, जहाँ उन्होंने रानी के किरदार में एक आदर्श बहू, बेटी और पत्नी का रूप निभाया। यह किरदार जितना शांत, उतना ही मजबूत था — और यहीं से शुरू हुआ एक ऐसा जुड़ाव जो दर्शकों के दिलों तक पहुंचा।
🎭 संवेदनशील अभिनय की मिसाल
रीना कपूर का अभिनय कभी ज़ोरदार नहीं होता, लेकिन उतना ही “गहराई लिए होता है”। वे अपनी आंखों, भावों और भाषा से कहानी कहती हैं। “राधा प्रेम की दीवानी”, “कभी कभी इत्तेफाक से” जैसे धारावाहिकों में उन्होंने यह साबित किया कि वे सिर्फ पारंपरिक किरदारों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विविध रंगों में भी ढल सकती हैं।
💫 चमक से दूर, आत्मा से जुड़ी कलाकार
रीना कभी भी सुर्खियों के पीछे नहीं भागीं। उन्होंने हमेशा प्राइवेट लेकिन प्रेरणादायक जीवन चुना। न कोई विवाद, न कोई शोर — बस अभिनय और अपने दर्शकों से सच्चा रिश्ता। उनकी यही सादगी उन्हें खास बनाती है।
🧘♀️ एक सजीव प्रेरणा
आज जब टीवी इंडस्ट्री में दिखावे का दौर है, रीना कपूर एक ऐसी अदाकारा हैं जो याद दिलाती हैं कि कला का असली सौंदर्य “कम बोलकर ज़्यादा कहने” में है।
० रीना कपूर – वो कलाकार जो किसी मेहराब की तरह होती हैं, नज़रों में कम लेकिन संरचना में सबसे महत्वपूर्ण।