लाने की प्रेरणा बन रही है।
० महिला संवाद कार्यक्रम: सशक्तिकरण की ओर एक सशक्त कदम
सुरेश प्रसाद आजाद

नवादा,16 मई 2025 ।
बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में चलाए जा रहे महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से नवादा जिला की महिलाएं तेजी से जागरूक एवं आत्मनिर्भर बन रही हैं। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दे रहा है, बल्कि उन्हें अपनी सफलता की कहानियाँ साझा करने और अपनी समस्याओं व आकांक्षाओं को खुलकर रखने का मंच भी प्रदान कर रहा है।

जिले के 26 गांवों में प्रतिदिन आयोजित हो रहे इस संवाद कार्यक्रम में अब तक 708 ग्राम संगठनों में कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है, जबकि कुल 1510 ग्राम संगठनों में इसे संपन्न किया जाना है। इस अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन लगभग चार हजार महिलाएं सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं, जो अपने अनुभवों के माध्यम से समाज में बदलाव की प्रेरणा बन रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, अक्षर आँचल योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोषाक योजना, बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), सतत् जीविकोपार्जन योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
दिनांक 15 मई 2025 को सिरदला प्रखंड के चौकिया पंचायत अंतर्गत भोला चौकिया गांव में आयोजित संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने विभिन्न विकासात्मक मुद्दों को सामने रखा:वार्ड संख्या 04 की संजू देवी ने सार्वजनिक शौचालय की मांग की । समांतर देवी ने समूह में मिलने वाली आईसीएफ राशि बढ़ाने,मालती देवी ने बैंक ऋण पर ब्याज दर कम करने,सरिया देवी ने जीविका भवन निर्माण की मांग रखी।
वहीं वार्ड संख्या 02 की सुलेखा देवी ने सामुदायिक कुआं, सोनभा देवी ने सोलर लाइट, मुन्नी देवी ने लाइब्रेरी और बसंती देवी ने महादलित भवन निर्माण की मांग की।

नवादा सदर प्रखंड के सोनसिहारी पंचायत स्थित मंझनपुर गांव में आयोजित संवाद कार्यक्रम में भी महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई और वार्ड संख्या 9 में लाइब्रेरी, सार्वजनिक नाली, सार्वजनिक तालाब, आयुष्मान कार्ड बनवाने, सोलर लाइट लगवाने, पशु अस्पताल एवं सड़क मरम्मत जैसी आवश्यकताओं को प्रमुखता से उठाया।
महिला संवाद कार्यक्रम न केवल महिलाओं की आवाज को मंच दे रहा है, बल्कि यह उन्हें गाँव की समस्याओं की पहचान कर प्राथमिकता तय करने और विकास योजनाओं के निर्माण में भागीदारी का अवसर भी दे रहा है। जिले भर में महिलाएं पूरे उत्साह और मुखरता के साथ इस अभियान में भाग ले रही हैं।