
प्रयागराज में साल 1918 में लगे कुंभ के दौरान महात्मा गांधी भी संगम नगरी पहुंचे थे. उन्होंने यहां संगम में डुबकी लगाई और यहां के साधु संतों के साथ संवाद भी किया था. यहां रानी लक्ष्मीबाई भी 1857 की क्रांति से पहले पहुंची थीं. स्वतंत्रता आंदोलन गति पकड़ रहा था.

महाकुंभ का आगाज हो गया है. देशभर से संत-साधु और महात्मा आए हैं और दुनियाभर से आस्थावानों का जमावड़ा लग रहा है. चूंकि ये 144 साल बाद वाला महाकुंभ है .