
झारखंड में गैर मुस्लिम 85% जनता के खून पसीने की कमाई से देशहित में दिए गए टैक्सेज से वेतन, भत्ते आदि पाने वाले सरकारी सेवा में नियुक्त शांति दूतों को पूरे रमजान महीने तक चाहे वे रोजा रखें या न रखें जुम्मे की जो छुट्टी मिलेगी सो तो मिलेगी, हर रोज 1घंटा पहले अपने ड्यूटी से पहले काम छोड़ कर घर जाने की विशेष सुविधा का फरमान जारी हो गया है, शायद। तभी तो माननीय सांसद निशिकांत दुबे का इस आशय की टिप्पणी आई है कि
झारखंड का इस्लामी स्टेट की दिशा में बढ़ता चरण !
झारखंड सरकार की चुटिया इरफान अंसारी के हाथों सुरक्षित है। बकिये इंडी गठबंधन वाले झारखंड के विधायक , सांसद इफ्तारी न्यौता प्राप्त करने के लिए व्यग्र हैं।

सोचता था, वह जमाना कुछ और होगा जब हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान को जंजीरों में बंधवा कर घसीट ले जाने वाले क्रूर इस्लामी आक्रांता गोरी का साथ देने वाला भी कोई हिंदू राजा जयचंद होगा।