सुरेश प्रसाद आजाद
नवादा, 27 अप्रैल 2025 ।

समाहरणालय सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश की अध्यक्षता में प्रारंभिक विद्यालयों में “अंकुरण परियोजना” (पोषण वाटिका) के निर्माण, स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता के प्रभावी क्रियान्वयन एवं विस्तार हेतु एक महत्वपूर्ण अंतर्विभागीय जिला स्तरीय अभिसरण बैठक का आयोजन किया गया।बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने अंकुरण परियोजना के उद्देश्यों, गतिविधियों एवं अपेक्षित परिणामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिससे विद्यालयों के बच्चों में बेहतर स्वास्थ्य एवं पोषण के साथ-साथ एक उत्तम वातावरण का निर्माण होगा।उनके द्वारा बताया गया कि नवादा जिले में 462 विद्यालयों में पोषण वाटिका के निर्माण का लक्ष्य है।उन्होंने निर्देश दिया कि इस परियोजना को विद्यालयों में प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाए। परियोजना के क्रियान्वयन में कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, सर्व शिक्षा अभियान, स्वास्थ्य विभाग आदि की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

उक्त परियोजना का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में पोषण वाटिका के माध्यम से बच्चों को सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त साग-सब्ज़ियों के उपयोग हेतु प्रेरित करना तथा जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से बच्चों, अभिभावकों एवं अन्य हितधारकों के बीच पोषण संबंधी व्यापक जागरूकता फैलाना है।जिला पदाधिकारी ने संबंधित विभागों को विभिन्न दिशा-निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि वह राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक सप्ताह बच्चों को मध्याह्न भोजन के पश्चात फॉलिक एसिड की खुराक देना तथा स्वास्थ्य एवं पोषण जांच सुनिश्चित करें।
जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी अंकुरण विद्यालयों पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कृषि समन्वयकों एवं किसान सलाहकारों को संबद्ध करें, जो प्रत्येक 15 दिनों पर विद्यालय की पोषण वाटिका का निरीक्षण कर बीज/पौधे, रोग/कीट प्रबंधन, जैविक उत्पादनों के उपयोग, एवं मिट्टी परीक्षण आदि पर परामर्श प्रदान करेंगे।सहायक निदेशक (उद्यान) को पोषण वाटिका हेतु बीज एवं फलदार पौधों की उपलब्धता तथा तकनीकी परामर्श सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, मनरेगा के माध्यम से पोषण वाटिका की नियमित निगरानी, देखभाल हेतु प्रतिबद्ध वन पोषक की नियुक्ति, खेत की तैयारी, मेड़ का सुदृढ़ीकरण एवं जल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

जिला पदाधिकारी ने सभी विभागों को आपसी समन्वय एवं सहयोग से परियोजना के सफल क्रियान्वयन का निर्देश दिया, ताकि प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो एवं बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा मिल सके।बैठक में परियोजना के तहत विद्यालयों में पौधरोपण, पोषण जागरूकता, स्वास्थ्य परीक्षण एवं बाल विकास से संबंधित विभिन्न गतिविधियों के विस्तृत कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्ययोजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा), जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।