जम्मू-कश्मीर के लदाख में पांडेय गंगौट के मनीष कुमार शहीद ।
० शहीद मनीष कुमार की शादी दो माह पूर्व धूमधाम से हुई थी।
नवादा ,14 मई 2025 ।
नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड सह रुपौ थाना के अंतर्गत पाण्डेय गंगौट गांव के सेना के जवान 26 वर्षीय मनीष कुमार पिता अशोक चन्द्रवंशी जम्मू- कश्मीर के लदाख में शहीद होकर वीरगति प्राप्त की। मात्र दो माह पूर्व मनीष की शादी पांडेय गंगौट अपने पैतृक गांव में काफी धूमधाम से हुई थी। शादी के उपरांत मनीष कुमार अपने ड्यूटी पर लदाख चला गया था।इसी बीच आज शहीद मनीष के परिजन के पास लदाख से सेना के अधिकारी द्वारा एकाएक सुचना मिली कि मनीष शहीद हो गया। लदाख में शहीद मनीष कुमार आर्मी नर्सिंग असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। यह सुनकर पुरे गांव में शोक की लहर उमड़ पड़ी। शहीद मनीष के परिजन की चीत्कार व करुण क्रंदन से सम्पूर्ण गांव,पंचायत,प्रखण्ड एवं जिला गमगीन हो उठा। भारत मां के सपूत व रक्षक मनीष कुमार का असामयिक हमलोगों के बीच से सदा -सदा के विदा ले लेना यह बेहद असहनीय पीड़ा दायक है।
ग्रामीणो कहना है कि मनीष कुमार काफी हसमुंख संस्कारिक, सभ्य व अनुशाषित के साथ ग्रामिणों के बेहद चहेते था। ग्रामिणों के वो आँखों के तारा था।
होनहार जवान शहीद मनीष कुमार की खबर दावानल की तरह पुरे जिले में फ़ैल गया। मनीष की शहादत की खबर सुनकर जिले वासी काफी दुःखी व हतप्रभ हैं।
इस असहनीय दुःखद समाचार सुनकर प्रशासनिक,राजनीतिक व मीडियाकर्मी,बुद्धिजीवी समेत हरेक तबके के लोग बहुत मर्माहित हैं।
सबों ने उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।इस दुःख की घड़ी में सभी आपके साथ है। शहीद मनीष कुमार के प्रति दिल की गहराई से जिलेवासियों ने शोक श्रद्धांजलि अर्पित किया।
० शहीद मनीष कुमार की शादी दो माह पूर्व धूमधाम से हुई थी।
नवादा ,14 मई 2025 ।

नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड सह रुपौ थाना के अंतर्गत पाण्डेय गंगौट गांव के सेना के जवान 26 वर्षीय मनीष कुमार पिता अशोक चन्द्रवंशी जम्मू- कश्मीर के लदाख में शहीद होकर वीरगति प्राप्त की। मात्र दो माह पूर्व मनीष की शादी पांडेय गंगौट अपने पैतृक गांव में काफी धूमधाम से हुई थी। शादी के उपरांत मनीष कुमार अपने ड्यूटी पर लदाख चला गया था।इसी बीच आज शहीद मनीष के परिजन के पास लदाख से सेना के अधिकारी द्वारा एकाएक सुचना मिली कि मनीष शहीद हो गया। लदाख में शहीद मनीष कुमार आर्मी नर्सिंग असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। यह सुनकर पुरे गांव में शोक की लहर उमड़ पड़ी। शहीद मनीष के परिजन की चीत्कार व करुण क्रंदन से सम्पूर्ण गांव,पंचायत,प्रखण्ड एवं जिला गमगीन हो उठा। भारत मां के सपूत व रक्षक मनीष कुमार का असामयिक हमलोगों के बीच से सदा -सदा के विदा ले लेना यह बेहद असहनीय पीड़ा दायक है।

ग्रामीणो कहना है कि मनीष कुमार काफी हसमुंख संस्कारिक, सभ्य व अनुशाषित के साथ ग्रामिणों के बेहद चहेते था। ग्रामिणों के वो आँखों के तारा था।
होनहार जवान शहीद मनीष कुमार की खबर दावानल की तरह पुरे जिले में फ़ैल गया। मनीष की शहादत की खबर सुनकर जिले वासी काफी दुःखी व हतप्रभ हैं।
इस असहनीय दुःखद समाचार सुनकर प्रशासनिक,राजनीतिक व मीडियाकर्मी,बुद्धिजीवी समेत हरेक तबके के लोग बहुत मर्माहित हैं।


सबों ने उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।इस दुःख की घड़ी में सभी आपके साथ है। शहीद मनीष कुमार के प्रति दिल की गहराई से जिलेवासियों ने शोक श्रद्धांजलि अर्पित किया।
