जन अभियान, बिहार के बैनर तले ऑपरेशन कगार के विरुद्ध कन्वेंशन

० जन विरोधी दमनकारी ऑपरेशन बंद  कर माओवादियों से शांति वार्ता करें।

 पटना ,04जून 2025 । 

 जन अभियान, बिहार की राजधानी पटना के गांधी संग्रहालय में *जनविरोधी व दमनकारी ऑपरेशन कगार को बंद करने और माओवादियों से शांति वार्ता बहाल करने  हेतु एक कन्वेंशन का आयोजन किया गया।

   शुरुआत में जन अभियान, बिहार के संयोजक नन्द किशोर सिंह ने इस कन्वेंशन का विषय प्रवेश कराते हुए प्रतिनिधियों का जोरदार स्वागत एवं अभिवादन किया और साथ ही चार सदस्यीय अध्यक्ष मंडल का प्रस्ताव किया,जो सर्वसम्मति से पारित हुआ।

 अध्यक्ष मंडल में कम्युनिस्ट सेंटर ऑफ इंडिया के नेता सतीश कुमार, जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के प्रांतीय संयोजक मणिलाल, जनवादी लोक मंच के नेता पुकार और नागरिक अधिकार रक्षा मंच के नेता संजय श्याम शामिल थे।

      कन्वेंशन को सम्बोधित करने वाले प्रमुख  वक्ताओं में  जनवादी लोक मंच के बलदेव झा, सीपीआई (एमएल) के अशोक बैठा, सीपीआई (एमएल)-न्यू डेमोक्रेसी के वी.के. पटोले, जसवा के नेता मणिलाल, एमसीपीआई (यू) के नेता निरंजन, सीसीआई के नेता पार्थ सरकार, सर्वहारा जन मोर्चा के नेता राधेश्याम, नागरिक अधिकार रक्षा मंच के नेता रंजीत, बिगुल मजदूर दस्ता की वारुणी , कम्युनिस्ट चेतना केन्द्र के राम लखन, वरिष्ठ राजनीतिक कर्मी चक्रवर्ती अशोक प्रियदर्शी , पीयूसीएल (बिहार) के महासचिव सरफराज, पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अशोक कुमार, क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता मनोज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार झा, कम्युनिस्ट सेंटर फॉर साइंटिफिक सोशलिज्म के इन्द्रजीत, जन संघर्ष मंच के शिवशंकर राय ,आदि के नाम उल्लेखनीय हैं। 

      कन्वेंशन में जन संस्कृति मंच के वरिष्ठ साथी प्रमोद यादव तथा अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नरेश राम ने क्रांतिकारी गीतों की प्रस्तुति की।

    वक्ताओं ने एक स्वर से ऑपरेशन कगार को जनविरोधी एवं दमनकारी बतलाया और उसपर अविलम्ब रोक लगाने की सरकार से मांग की। अनेक वक्ताओं ने छत्तीसगढ़ एवं दंडकारण्य इलाके में ऑपरेशन कगार के तहत चलाए जा रहे सैन्य अभियान को भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार का फासिस्ट अभियान बताया। कन्वेंशन में यह बात उभर कर सामने आई कि सरकार का दमन अभियान सिर्फ छत्तीसगढ़ और माओवादियों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में मजदूरों, किसानों,अन्य मेहनतकश वर्गों व शोषित उत्पीड़ित जमातों और दबे-कुचले समुदायों के न्यायपूर्ण आन्दोलनों के साथ भी सरकार का रवैया बेहद शत्रुतापूर्ण और दमनकारी है। 

    जन अभियान,बिहार द्वारा पेश आलेख में सरकार से मांग किया गया है,जो निम्नलिखित हैं : –

1. छत्तीसगढ़ में चलाये जा रहे ऑपरेशन कगार को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए तथा इसमें लगाये गये सुरक्षा बलों को वहां से शीघ्र हटाया जाए।

2. आदिवासियों व आम जनता के खिलाफ दायर सभी फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं।

3. हाल के वर्षों में छत्तीसगढ़ में हुई सभी मुठभेड़ों और मारे गये आदिवासियों के मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के पीठासीन जज की अध्यक्षता में हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

4. जल, जंगल, जमीन से सम्बन्धित देशी और विदेशी कॉरपोरेट कम्पनियों से किये गये सभी समझोते को रद्द किया जाए। 

5. माओवादी संगठन से शांति वार्ता की जाए और समस्या के मूल में जाकर उसका समाधान निकाला जाए। 

साथी सतीश कुमार के अध्यक्षीय भाषण के बाद कन्वेंशन की समाप्ति की घोषणा की गई। कार्यक्रम का 

  नेतृत्व  नन्द किशोर सिंह, सतीश कुमार, संजय श्याम, मणिलाल, पुकार, रामवृक्ष राम, जमीरूद्दीन, सौजन्य उपाध्याय आदि ने किया।

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