कोविड-19 के नए वेरिएंट के दस्तक  से मचा स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प।

दिनेश कुमार अकेला 

० जिले में स्वास्थ्य महकमा ने जारी किया बचाव हेतु नए एडवाइजरी। 

नवादा ,28 मई 2025 । 

 जिले में फिर से कोविड-19 के दस्तक  देने से सभी महकमों में हड़कम्प मच गया है। पुनःअफरा-तफरी की स्थिति  उतपन्न हो गई है। जिससे लोगों में मौत का मंजर दिखाई देने लगा है। पता नहीं फिर कितने को अपने आगोश में समेट लेगा ,कहना बड़ी मुश्किल है।

  कोविड-19 संक्रमण काल के ढाई वर्षों बाद देश में एक बार फिर से कोरोना के नए मामले का पदार्पण शुरू हो गया है । स्वास्थ्य महकमा पुरे तौर पर सतर्क हो गया है। साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग ने अपनी मौजूद व्यवस्थाओं की जांच की और फिर कई एडवायजरी जारी की है। 

जिला स्वास्थ्य समिति और सिविल सर्जन कार्यालय तैयारियों में जुट गया है। तैयारियों की पड़ताल करती रिपोर्ट:-कोरोना के दो नए सबवैरिएंट आ चूका है। सावधान रहने की सख्त जरूरत है। डरने से ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता महत्वपूर्ण है। जिले वासियों को सचेत हो जाना वर्तमान परिस्थिति की मूल मांग है।

    देश के कई राज्यों में मिले सैकड़ों कोविड-19 संक्रमण मामलों की जांच में अबतक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट सामने आए हैं। इनमें अपने प्रदेश में दो नए सबवैरिएंट एनबी.18.1 और एलएफ.7 की पहचान की गई है।

जिले में कोरोना के नए मामलों से निबटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, जांच एवं उपचार की व्यवस्था के साथ-साथ दवा, मास्क और आक्सीजन की उपलब्धता पर खासा जोर है।

भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करना है। किसी भी आशंका पर सेनेटाईजर से हाथों को साफ रखना है।

जिले में एंटीजेन किट से जांच जारी, अब आरटीपीसीआर जांच पर जोर दिया जा रहा है। 

जिले के सदर अस्पताल में एंटीजेन किट से जांच लगातार जारी है । निबंधन काउंटर के पास पुराने भवन में दो स्वास्थ्यकर्मी नियमित तौर पर चुनिंदा लोगों की स्वाब सैम्पल लेकर जांच कर रही हैं। लेकिन अब नए आदेश आने के बाद जांच का दायरा बढ़ेगा।

सदर अस्पताल नवादा में संचालित आरटीपीसीआर सेंटर में जांच शुरू की जाएगी। साथ ही कुछ सैम्पल को उच्च चिकित्सा संस्थानों में जांच के लिए भेजा जाएगा।

जिले के दो आक्सीजन प्लांट ठप, वैकल्पिक व्यवस्था पर्याप्त रहने का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया है।

जिले के सरकारी अस्पतालों में लगे दो आक्सीजन प्लांट ठप पड़े हैं। आपरेटर की अनुपस्थिति में महीनों से प्लांट ने काम नहीं किया। सदर अस्पताल में साल 2021 के दिसंबर महीने में इसकी शुरुआत हुई थी। लेकिन एक-दो बार ट्रायल के बाद अधिकतर समय यह बंद रहा।

शुरूआती दौर में 16 बेड पर आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था थी। वर्तमान में पूरी व्यवस्था ठप है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन दावा करता है कि इसकी कमी को दूर करने को आक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलिंडर पर्याप्त संख्या में हैं।

अफवाहों पर नहीं दें ध्यान, सजगता जरूरी है। विभाग द्वारा दी जा रही एडवायजरी का पालन सख्ती से करें। सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी।

स्वास्थ्य महकमा ने आम लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। किसी भी बात को लेकर घवराए नहीं घबराना है। अफवाहों से बच्चे । यदि कोरोना संक्रमण के नए मामले आते हैं, तो मरीजों को घरों में क्वारंटाइन किया जाएगा। अस्पताल में भी सुविधा रहेगी। फिलहाल, नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

स्वास्थ्य विभग के पदाधिकारी कहते हैं कि देश में कोरोना संक्रमण के नए कई मामले सामने आ चुके हैं,विभाग ने दिशा-निर्देश देते हुए नागरिकों को जागरूक करने पर विशेष जोर है।   डॉ विनोद कुमार चौधरी,सिविल सर्जन,नवादा ने सभी जिलेवासियों से अपील की है कि तमाम लोग मास्क का प्रयोग करें। भीड़भाड़ में सावधानी बरतें। सर्दी-खांसी और बुखार होने पर पर्याप्त जांच कराएं और सही उपचार लें। इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सरकारी अस्पतालों में इलाज की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है ।

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