ईधर,बेटी की डोली उठी और उधर,श्मशान घाट पहुंची पिता की अर्थी ।

दिनेश कुमार अकेला

नवादा, 14 मई 2025 । 

० समधी मिलन के दौरान बेटी जुदाई की सदमा में हृदयाघात से हुई मृत्यु

   गया जिले के बोधगया प्रखंड के अंतर्गत जैतिया गांव में एक आश्चर्यजनक व दुःखद घटना घटित हुई,जिससे सभी लोग काफी हतप्रभ व दुःखी हैं। संयोग कहिये या होनी तय के अलोक में जैतिया गांव के एक मेहनतकश किसान के आँगन से एक तरफ बेटी की डोली निकली,तो दूसरी ही ओर कुछ ही देर के बाद पिता की अर्थी निकली। बेटी की डोली निकले के पूर्व ही पिता के प्राण पखेरू उड़ चूका था। परिजनों व ग्रामिणों के नेक सलाह-सुझाब के तहत सर्व सम्मति से यह आखिरी निर्णय के तहत सुनिश्चित की गई कि पहले बेटी की डोली और उसके बाद ही पिता की अर्थी उठेगी।

     इस दर्दनाक,लोमहर्षक घटित घटना को देखकर हर किसी की ऑंखें नम हो गई। तमाम मौजूद लोग बेहद हतप्रभ व शोकाकुल दिखाई दे रहे थे। घर-परिवार की दुखदायी चीत्कार व रोदन क्रन्दन ने पुरे इलाके के हंसी -ख़ुशी के माहौल को अचानक घोर मातम में तब्दील कर दिया। यह घटना अति दुःखद व संवेदनशील है।

      गया जिले के जैतिया गांव के रहने वाले सिद्धनाथ सिंह ने अपनी बेटी नेहा कुमारी की शादी बहुत ही शौक और धूमधाम नालंदा जिले के देवधा ग्राम निवासी गौरव कुमार के साथ किया। लेकिन,बेटी की जुदाई पिता बर्दास्त नहीं कर सके और बेटी की विदाई के दरम्यान ही समधी मिलन के समय ही हृदयाघात हो गया। उनके परिजनों ने तत्काल आनन-फानन में निकटवर्ती सरकारी अस्पताल पहुंचाया। वहां, डॉक्टर ने ईलाज करने के पहले ही उन्हें  मृत घोषित कर दिया। इस घटना के चलते सम्पूर्ण क्षेत्र बहुत गमगीन हैं। इसकी पुष्टि व जानकारी लोक जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने दी। साथ जिलाध्यक्ष ने  उनके शोकाकुल परिवारों के घर जाकर भेंट-मुलाकात कर ढाढ़स बंधाने में इजाफा करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने सभी शोक संतप्त परिजनों के पक्ष में हर संभव सहयोग के लिए सदैव दृढ़ता व साहस के साथ खड़े रहेंगे। यह कैसी विडम्बना है कि एक अच्छी संयोग भी कभी एकाएक अथाह ख़ुशी और बेहद गम में बदल जाता है। 

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