

हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को क़रीब 30 हज़ार वोट से हराया था.
वह इसी सीट पर 2020 के चुनाव में मामूली अंतर से हार गईं थीं.
रेखा गुप्ता दिल्ली नगर निगम की पार्षद और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
दिल्ली चुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए जिन नामों की चर्चा हो रही थी उनमें से रेखा गुप्ता का नाम भी प्रमुख था.

कई विश्लेषकों के मुताबिक़ रेखा गुप्ता के एलान से बीजेपी महिला और वैश्य समुदाय को साध सकती है.
उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत दिल्ली यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ की.
1996 में वो दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसू) की अध्यक्ष बनीं.
2007 में वो दिल्ली के पीतमपुरा (उत्तर) की काउंसिलर बनीं.

रेखा गुप्ता दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की जनरल सेक्रेटरी भी रह चुकी हैं.
2004 से 2006 तक वो भारतीय जनता पार्टी की युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव रहीं.
निजी जीवन
रेखा गुप्ता (बाएं) दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. उनके कॉलेज के दिनों की इस तस्वीर में उनके साथ अलका लांबा भी नज़र आ रही हैं.
उनका जन्म 1974 में हरियाणा के जींद ज़िले के जुलाना में हुआ था. बचपन से ही वो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गईं.
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी किया.1998 में उनका विवाह दिल्ली के रहने वाले मनीष गुप्ता से हुआ.
चुनाव आयोग में दाखिल उनके हलफ़नामे के मुताबिक़ साल 2023-24 वित्तीय वर्ष में उनकी कुल आय 6,92,050 रुपए बताई गई है. जबकि इसी अवधि में उनके पति मनीष गुप्ता की आय 97,33,570 रुपए बताई गई है.